दिन और दुखियो के तुम हो सहारे (Deen aur dukhiyon ke tum ho sahaare)

दिन और दुखियो के तुम हो सहारे (Deen aur dukhiyon ke tum ho sahaare)

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दिन और दुखियो के तुम हो सहारे

दिन और दुखियो के तुम हो सहारे
सदा अपने भक्तो को भोले उबारे
भसम भभूति तन पर राजे
नाग गले में डाले
पिते हो नित भांग के भर भर
भोले जी तुम प्यालेए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
अरे भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
हे काले काले रे काले काले
हे काले काले रे काले काले
ए हो काले काले रे काले काले
हे काले काले रे काले काले
काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
भोला काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो लेलो
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो
हिरा मोती सोना चाँदी
सब देने वाला
भोले दानी भोले दानी

ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
हे काले काले रे काले काले
हे काले काले रे काले काले
ए हो काले काले रे काले काले
हे काले काले रे काले काले
काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
भोला काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो लेलो
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो
हिरा मोती सोना चाँदी
सब देने वाला
भोले दानी भोले दानी

भोले बाबा जी के सब है पुजारी
नर हो या नारी ये सब संसारी
दर के भिखारी रे
भोले बाबा जी के सब है पुजारी
नर हो या नारी ये सब संसारी
दर के भिखारी रे
सारे भक्तो के हितकारी
सारे भक्तो के हितकारी
त्रिशूल धारी भोले भंडारी
नंदी वाले नाग धारि
आहा त्रिशूल धारी भोले भंडारी
नंदी वाले नाग धारि
आहे अब तक किसी को भी करके निराशा
अब तक किसी को भी करके निराशा
उसने कभी अपने दर से ना टाला
भोले दानी भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी
ए भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
हाँ भोले दानी भोले दानी
भोले निराला
पिए सदा भंगिया का प्याला
हय रे काले काले रे काले काले
हे काले काले रे काले काले
ए काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
भोला काले काले सर्पो की माला को
अपने गले में है डाला
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो लेलो
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो
जो चाहे मांगो जो चाहे लेलो
हिरा मोती सोना चाँदी
सब देने वाला
भोले दानी भोले दानी

अरे सबसे बड़े जग में है वही ज्ञानी
भोले वरदानी त्रिशूल पाणी
शिव औघड़ दानी को
सबसे बड़े जग में है वही ज्ञानी
भोले वरदानी त्रिशूल पाणी
शिव औघड़ दानी को
गाते है सब जिनकी वाणी
गाते है सब जिनकी वाणी
ये जग के प्राणी पंडित और ज्ञानी
राजा रानी जोगी ध्यानी
हाँ ये जग के प्राणी पंडित और ज्ञानी
राजा रानी जोगी ध्यानी
अरे जपता सदा है लख्खा जिनकी माला
जपता सदा शर्मा है जिनकी माला
कहलाता है जो शिव डमरू वाला
भोले दानी भोले दानी
ए भोले दानी रे भोले दानी

Ritesh Kumar

रितेश कुमार, भजन रस में भजन और कथाएं और पंचांग सेक्शन लीड कर रहे हैं। उन्हें कामकाज में करीब 5 साल का अनुभव है। इन्हें आध्यात्मिकता क्षेत्र कवर करने का अच्छा अनुभव रहा है। थिएटर के संपादक रह चुके रितेश ने टीवी से लेकर अखबार और देश की विभिन्न विख्यात वेबसाइटों के साथ काम किया है। इन लोगों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रामाणिकता का वीडियो और प्रिंट साक्षात्कार भी लिया है। रितेश ने अपनी शिक्षा शिक्षा लखनऊ से प्राप्त करने के बाद नई दिल्ली से टीवी सत्र की पढ़ाई पूरी की है।

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