माँ दुर्गा आरती ( Durga Maa Aarti Lyrics )

माँ दुर्गा आरती ( Durga Maa Aarti Lyrics )

इस Post में आपको माँ दुर्गा आरती ( Durga Maa Aarti Lyrics ) का हिंदी में Lyrics दिया जा रहा है और उम्मीद करता हूँ कि माँ दुर्गा आरती ( Durga Maa Aarti Lyrics ) आपके लिए जरूर उपयोगी साबित होगा | BhajanRas Blog पे आपको सभी देवी देवताओ की आरतिया,चालीसा, व्रत कथा, नए पुराने भजन, प्रसिद्ध भजन और कथाये ,पूजन विधि, उनका महत्व, उनकी व्रत कथाये BhajanRas.com पे आप हिंदी में Lyrics पढ़ सकते हो।

जय अम्बे गौरी आरती दुर्गा माता की एक प्रसिद्ध आरती है जो मां दुर्गा के भक्तों द्वारा उन्हें पूजा के दौरान गाई जाती है। यह आरती माँ दुर्गा की महिमा, शक्ति और संतुलन की प्रशंसा करती है।

जय अम्बे गौरी की शुरुआत दोहे से होती है जिसमें देवी की महिमा गुणगान किया जाता है। यह आरती माँ दुर्गा की सुंदरता, दिव्यता और शक्ति का वर्णन करती है जो सभी भक्तों को प्रेरित करता है। इस आरती में माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन किया गया है जो उन्हें अद्भुत बनाते हैं।

इस आरती में माँ दुर्गा की महिमा, सुंदरता और शक्ति की प्रशंसा की गई है। यह आरती माँ दुर्गा के साथ-साथ देवी लक्ष्मी, सरस्वती और काली की प्रशंसा भी करती है।

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
Jay Ambe Gauri Aarti Durga Maa Aarti Lyrics

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी।।

जय अम्बे गौरी,…।

मांग सिंदूर बिराजत, टीको मृगमद को। उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रबदन नीको।।

जय अम्बे गौरी,…।

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै।।

जय अम्बे गौरी,…।

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी। सुर-नर मुनिजन सेवत, तिनके दुःखहारी।।

जय अम्बे गौरी,…।

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती। कोटिक चंद्र दिवाकर, राजत समज्योति।।

जय अम्बे गौरी,…।

शुम्भ निशुम्भ बिडारे, महिषासुर घाती। धूम्र विलोचन नैना, निशिदिन मदमाती।।

जय अम्बे गौरी,…।

चण्ड-मुण्ड संहारे, शौणित बीज हरे। मधु कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।

जय अम्बे गौरी,…।

ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी। आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी।।

जय अम्बे गौरी,…।

चौंसठ योगिनि मंगल गावैं, नृत्य करत भैरू। बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू।।

जय अम्बे गौरी,…।

तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता। भक्तन की दुःख हरता, सुख सम्पत्ति करता।।

जय अम्बे गौरी,…।

भुजा चार अति शोभित, खड्ग खप्परधारी। मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी।।

जय अम्बे गौरी,…।

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती। श्री मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति।।

जय अम्बे गौरी,…।

अम्बेजी की आरती जो कोई नर गावै। कहत शिवानंद स्वामी, सुख-सम्पत्ति पावै।।

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।

 

Song : Jay Ambe Gauri Aarti
Album : Ambe Ma Na Darshan
Artist : Various
Singer : Hemant Chauhan, Anuradha Paudwal, Rohini Patel, Rajdeep Barot, Vanita Barot, Darshna Gandhi
Music Director : Various
Music Label : T-Series

One thought on “माँ दुर्गा आरती ( Durga Maa Aarti Lyrics )

  1. Bai Yumingshen suggested that the guardianship of are oranges ok for type 2 diabetes Team Cure Diabetes the fifth key is too strong, even if it is Zhao Ling, Bai Yumingshen is still optimistic about it priligy review 1 Are there any tests I should be doing if I know I am going to lose this embryo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *