हार के भी जो ना हारे जीतकर वो जायेगा (Har Ke Bhi Jo Na Hare Lyrics)

हार के भी जो ना हारे जीतकर वो जायेगा (Har Ke Bhi Jo Na Hare Lyrics)

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हार के भी जो ना हारे जीतकर वो जायेगा

हार के भी जो ना हारे,
जीतकर वो जायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

जिन्दगी में खुशियां आती,
गम भी आते राहो में,
सिने में विश्वास हो जिनके,
मौत को भरले बाहों में,
काल भी उनका कुछ ना बिगाड़े,
श्याम शरण जो पायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

वक्त बड़ा बलवान है माना,
पल पल रंग बदलता है,
पर प्रेमी संग सांवरे का,
लीला घोडा चलता है,
कैसे भी हालात हो चाहे,
पार वो सबसे पा जायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

सौंप दे नैया श्याम को तेरी,
फिर तुफानो से कह दे,
हिम्मत है गर रस्ता मेरा,
रोक कर तो देख ले,
माझी मेरा जब कन्हैया,
रस्ता भी मिल जायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

हमने देखा है इस दर पे,
आए कितने चले गये,
खुद को सिकन्दर जो समझते,
मुट्ठी में ले खाक गये,
निर्मल मन से जो झुकेगा,
श्याम को वो पायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

हार के भी जो ना हारे,
जीतकर वो जायेगा,
जिसको भरोसा सांवरे का,
जिसको भरोसा सांवरे का,
श्याम सहारा वो पायेगा,
हार के भी जो ना हारें,
जीतकर वो जायेगा ||

One thought on “हार के भी जो ना हारे जीतकर वो जायेगा (Har Ke Bhi Jo Na Hare Lyrics)

  1. The very core of your writing while sounding agreeable initially, did not really settle well with me after some time. Somewhere within the sentences you actually managed to make me a believer unfortunately just for a very short while. I nevertheless have a problem with your leaps in assumptions and one would do nicely to help fill in all those breaks. If you can accomplish that, I would definitely be fascinated.

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