कीड़ी ने कण हाथी ने मण लिरिक्स-Kadi Ke Kan Hathi Ke Man Shyam Bhajan Lyrics

कीड़ी ने कण हाथी ने मण लिरिक्स-Kadi Ke Kan Hathi Ke Man Shyam Bhajan Lyrics

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कीड़ी ने कण हाथी ने मण लिरिक्स-Kadi Ke Kan Hathi Ke Man Shyam Bhajan Lyrics

यहाँ कीड़ी ने कण हाथी ने मण लिरिक्स, Kadi Ke Kan Hathi Ke Man Shyam Bhajan Lyrics दिया गया है-
तर्ज – चाँद सितारे फूल और खुशबु

कीड़ी ने कण हाथी ने मण,
सगलो हिसाब चुकावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है ||

भजन लिरिक्स : साथी हमारा कौन बनेगा तुम ना सुनोगे तो कौन सुनेगा

जो जल में रेवे जीव जंतु,
वे जल में सब कुछ पावे है,
जो रवे हैं ई धरती पर,
वेई धरती सु पावे है,
ज्यारी जितनी चोंच होवे,
ज्यारी जितनी चोंच होवे,
बितणो ही चुगो चुगावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है ||

सरकारा तो है देखी घणी,
पर या सरकार अनोखी है,
इने नोट वोट ना कुरसी चाहे,
चाहे भावना चोखी है,
कठपुतलियां हाँ इन हाथा री,
कठपुतलियां हाँ इन हाथा री,
यो ही नाच नचावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है ||

बगुला रो भोजन मछली मांस,
और हंस तो मोती खावे है
और जैसो हो स्वभाव जियांको,
वैसी बोली पावे है,
रंग एक है काग कोयल रो,
रंग एक है काग कोयल रो,
वाणी भेद बतावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है ||

कीड़ी ने कण हाथी ने मण,
सगलो हिसाब चुकावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है,
खाटु माहि बैठ्यो सांवरो,
सारो खेल रचावे है ||


Singer: Shubham Rupam Bajoria
Music: Shashi kant Chaubey