अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि लिरिक्स – Aigiri Nandini Nanditmedini -Mahishasura Mardini Stuti Lyrics

इस Post में आपको अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि लिरिक्स – Aigiri Nandini Nanditmedini -Mahishasura Mardini Stuti Lyrics का हिंदी में Lyrics दिया जा रहा है और उम्मीद करता हूँ कि अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि लिरिक्स – Aigiri Nandini Nanditmedini -Mahishasura Mardini Stuti Lyrics आपके लिए जरूर उपयोगी साबित होगा | BhajanRas Blog पे आपको सभी देवी देवताओ की आरतिया,चालीसा, व्रत कथा, नए पुराने भजन, प्रसिद्ध भजन और कथाये ,पूजन विधि, उनका महत्व, उनकी व्रत कथाये BhajanRas.com पे आप हिंदी में Lyrics पढ़ सकते हो।
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि लिरिक्स – Aigiri Nandini Nanditmedini Lyrics
यहां माता रानी का बहुत ही मधुर भजन अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि – महिषासुर मर्दिनी स्तुति – Aigiri Nandini Nanditmedini – Mahishasura Mardini Stuti Lyrics दिया गया है
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि
विश्वविनोदिनि नन्दिनुते
गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि
विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।
भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि
भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि
रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 1 ॥
सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि
दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते
त्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि
किल्बिषमोषिणि घोषरते
दनुजनिरोषिणि दितिसुतरोषिणि
दुर्मदशोषिणि सिन्धुसुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि
रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 2 ॥
अयि जगदम्ब मदम्ब कदम्ब
वनप्रियवासिनि हासरते
शिखरि शिरोमणि तुङ्गहिमालय
शृङ्गनिजालय मध्यगते।
मधुमधुरे मधुकैटभगञ्जिनि
कैटभभञ्जिनि रासरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि
रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 3 ॥
यहाँ माता रानी के नवरात्रि भजन Lyrics दिया गया है
अयि शतखण्ड विखण्डितरुण्ड वितुण्डितशुण्द गजाधिपते
रिपुगजगण्ड विदारणचण्ड पराक्रमशुण्ड मृगाधिपते।
निजभुजदण्ड निपातितखण्ड विपातितमुण्ड भटाधिपते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 4 ॥
अयि रणदुर्मद शत्रुवधोदित दुर्धरनिर्जर शक्तिभृते
चतुरविचार धुरीणमहाशिव दूतकृत प्रमथाधिपते।
दुरितदुरीह दुराशयदुर्मति दानवदुत कृतान्तमते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 5 ॥
अयि शरणागत वैरिवधुवर वीरवराभय दायकरे
त्रिभुवनमस्तक शुलविरोधि शिरोऽधिकृतामल शुलकरे।
दुमिदुमितामर धुन्दुभिनादमहोमुखरीकृत दिङ्मकरे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 6 ॥
अयि निजहुङ्कृति मात्रनिराकृत धूम्रविलोचन धूम्रशते
समरविशोषित शोणितबीज समुद्भवशोणित बीजलते।
शिवशिवशुम्भ निशुम्भमहाहव तर्पितभूत पिशाचरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 7 ॥
धनुरनुषङ्ग रणक्षणसङ्ग परिस्फुरदङ्ग नटत्कटके
कनकपिशङ्ग पृषत्कनिषङ्ग रसद्भटशृङ्ग हताबटुके।
कृतचतुरङ्ग बलक्षितिरङ्ग घटद्बहुरङ्ग रटद्बटुके
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 8 ॥
सुरललना ततथेयि तथेयि कृताभिनयोदर नृत्यरते
कृत कुकुथः कुकुथो गडदादिकताल कुतूहल गानरते।
धुधुकुट धुक्कुट धिंधिमित ध्वनि धीर मृदङ्ग निनादरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 9 ॥
जय जय जप्य जयेजयशब्द परस्तुति तत्परविश्वनुते
झणझणझिञ्झिमि झिङ्कृत नूपुरशिञ्जितमोहित भूतपते।
नटित नटार्ध नटी नट नायक नाटितनाट्य सुगानरते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 10 ॥
अयि सुमनःसुमनःसुमनः सुमनःसुमनोहरकान्तियुते
श्रितरजनी रजनीरजनी रजनीरजनी करवक्त्रवृते।
सुनयनविभ्रमर भ्रमरभ्रमर भ्रमरभ्रमराधिपते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 11 ॥
सहितमहाहव मल्लमतल्लिक मल्लितरल्लक मल्लरते
विरचितवल्लिक पल्लिकमल्लिक झिल्लिकभिल्लिक वर्गवृते।
शितकृतफुल्ल समुल्लसितारुण तल्लजपल्लव सल्ललिते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 12 ॥
अविरलगण्ड गलन्मदमेदुर मत्तमतङ्ग जराजपते
त्रिभुवनभुषण भूतकलानिधि रूपपयोनिधि राजसुते।
अयि सुदतीजन लालसमानस मोहन मन्मथराजसुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 13 ॥
कमलदलामल कोमलकान्ति कलाकलितामल भाललते
सकलविलास कलानिलयक्रम केलिचलत्कल हंसकुले।
अलिकुलसङ्कुल कुवलयमण्डल मौलिमिलद्बकुलालिकुले
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 14 ॥
करमुरलीरव वीजितकूजित लज्जितकोकिल मञ्जुमते
मिलितपुलिन्द मनोहरगुञ्जित रञ्जितशैल निकुञ्जगते।
निजगणभूत महाशबरीगण सद्गुणसम्भृत केलितले
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 15 ॥
कटितटपीत दुकूलविचित्र मयुखतिरस्कृत चन्द्ररुचे
प्रणतसुरासुर मौलिमणिस्फुर दंशुलसन्नख चन्द्ररुचे
जितकनकाचल मौलिमदोर्जित निर्भरकुञ्जर कुम्भकुचे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 16 ॥
विजितसहस्रकरैक सहस्रकरैक सहस्रकरैकनुते
कृतसुरतारक सङ्गरतारक सङ्गरतारक सूनुसुते ।
सुरथसमाधि समानसमाधि समाधिसमाधि सुजातरते ।
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 17 ॥
पदकमलं करुणानिलये वरिवस्यति योऽनुदिनं सुशिवे
अयि कमले कमलानिलये कमलानिलयः स कथं न भवेत् ।
तव पदमेव परम्पदमित्यनुशीलयतो मम किं न शिवे
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 18 ॥
कनकलसत्कलसिन्धुजलैरनुषिञ्चति तेगुणरङ्गभुवम्
भजति स किं न शचीकुचकुम्भतटीपरिरम्भसुखानुभवम् ।
तव चरणं शरणं करवाणि नतामरवाणि निवासि शिवम्
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 19 ॥
तव विमलेन्दुकुलं वदनेन्दुमलं सकलं ननु कूलयते
किमु पुरुहूतपुरीन्दु मुखी सुमुखीभिरसौ विमुखीक्रियते ।
मम तु मतं शिवनामधने भवती कृपया किमुत क्रियते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 20 ॥
अयि मयि दीन दयालुतया कृपयैव त्वया भवितव्यमुमे
अयि जगतो जननी कृपयासि यथासि तथानुमितासिरते ।
यदुचितमत्र भवत्युररीकुरुतादुरुतापमपाकुरुते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ 21 ॥
यहां माता रानी का बहुत ही मधुर भजन अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि – महिषासुर मर्दिनी स्तुति – Aigiri Nandini Nanditmedini – Mahishasura Mardini Stuti Lyrics दिया गया है
Singer: Madhubanti Bagchi
Music Director: Siddharth Amit Bhavsar
Lyrics: Traditional
हमारे टॉप 15 भजन और लेख
श्यामा प्रीत मैं तोसे लगा बैठा हूं लिरिक्स, Shyama Preet Main Tose Lyrics
हाथ जोड़ विनती करूँ लिरिक्स, Hath Jod Vinti Karu Lyrics Shyam Stuti
मेरे सर पर रखदो बाबा लिरिक्स-Dena ho to dijiye lyrics
ऐ श्याम खाटू वाले खाटू मुझे बुला ले-Ae Shyam Khatu Wale Shyam Bhajan Lyrics
तेरा मेरा रिश्ता ऐसा तोड़े से ना टूटे लिरिक्स- Tera Mera Rishta Aisa Shyam Bhajan Lyrics
वो कौन है जिसने हम को दी पहचान है- Wo Kaun Hai Jisne Humko Shyam Bhajan Lyrics
खाटू को श्याम रंगीलो रे लिरिक्स, Khatu Ko Shyam Rangilo Re Lyrics
ग्यारस कार्तिक की आई- Gyaras Kartik Ki Aayi Shyam Bhajan Lyrics
Dakiya Ja Re Shyam Bhajan Lyrics-डाकिया जा रे लिरिक्स
हारे के सहारे आजा लिरिक्स- Hare Ke Sahare Aaja Shyam Baba Ke Bhajan
जब से देखा तुम्हे जाने क्या हो गया- Jabse Dekha Tumhe Jaane Kya Ho Gaya Shyam Baba ke Bhajan Lyrics
शिव शंकर तुम्हरी जटाओ से लिरिक्स-Shiv Shankar Tumhari Jataao Se Bhajan Lyrics
हो रही धन की बरसात देखो जी धनतेरस आई है- Ho Rahi Dhan Ki Barsaat Dekho Ji Dhanteras Aai Hai
कैसे भोले तुमने दुनिया बनायीं भजन लिरिक्स – Kaise Bhole Tumne Duniya Banayi Lyrics
जो शिव नाम होठों पे चढ़ गयो रे- Jo Shiv Naam Hothon Pe: Dholak wale bhajan lyrics