फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी (Phoolon Mein Saj Rahe Hai Mere Vrindavan Bihari)

फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी (Phoolon Mein Saj Rahe Hai Mere Vrindavan Bihari)

इस Post में आपको फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी (Phoolon Mein Saj Rahe Hai Mere Vrindavan Bihari) का हिंदी में Lyrics दिया जा रहा है और उम्मीद करता हूँ कि फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी (Phoolon Mein Saj Rahe Hai Mere Vrindavan Bihari) आपके लिए जरूर उपयोगी साबित होगा | BhajanRas Blog पे आपको सभी देवी देवताओ की आरतिया,चालीसा, व्रत कथा, नए पुराने भजन, प्रसिद्ध भजन और कथाये ,पूजन विधि, उनका महत्व, उनकी व्रत कथाये BhajanRas.com पे आप हिंदी में Lyrics पढ़ सकते हो।

फूलों में सज रहे हैं श्री वृन्दावन बिहारी

फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी।
और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी॥

टेडा सा मुकुट सर पर रखा है किस अदा से,
करुना बरस रही है, करुना भरी निगाह से।
बिन मोल बिक गयी हूँ, जब से छबि निहारी॥

बहिया गले में डाले जब दोनों मुस्कुराते,
सब को ही प्यारे लगते, सब के ही मन को भाते।
इन दोनों पे मैं सदके, इन दोनों पे मैं वारी॥

श्रृंगार तेरा प्यारे, शोभा कहूँ क्या उसकी,
इत पे गुलाबी पटका, उत पे गुलाबी साडी॥

नीलम से सोहे मोहन, स्वर्णिम सी सोहे राधा।
इत नन्द का है छोरा, उत भानु की दुलारी॥

चुन चुन के कालिया जिसने बंगला तेरा बनाया,
दिव्या आभूषणों से जिसने तुझे सजाया,
उन हाथों पे मैं सदके, उन हाथों पे मैं वारी॥

Kirti Saini

कीर्ति सैनी भजन रस में मिथक के विभाग को लीड कर रही हैं। पत्रकारिता की दुनिया में 6 साल का अनुभव रखने वाली कीर्ति ने आईआईएमसी से हिंदी पत्रकारिता में पीजी प्रवेश किया है। वे अपनी शुरुआती पढ़ाई में पूरी की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *