रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स | Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics

रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स | Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics

इस Post में आपको रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स | Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics का हिंदी में Lyrics दिया जा रहा है और उम्मीद करता हूँ कि रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स | Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics आपके लिए जरूर उपयोगी साबित होगा | BhajanRas Blog पे आपको सभी देवी देवताओ की आरतिया,चालीसा, व्रत कथा, नए पुराने भजन, प्रसिद्ध भजन और कथाये ,पूजन विधि, उनका महत्व, उनकी व्रत कथाये BhajanRas.com पे आप हिंदी में Lyrics पढ़ सकते हो।

रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स
Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics

रामचंद्र कह गए सिया से,
हे रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका,
हंस चूगेगा दाना दुनका, कव्वा मोती खाएगा…

सिया ने पुछा – कलजुग मे धरम करम को कोई नही मानेगा ?
तो प्रभु बोले – धरम भी होगा, करम भी होगा,
धरम भी होगा, करम भी होगा लेकिन शरम नही होगी,
बात बात पे मात पिता को, बात बात पे मात पिता को,
बेटा आँख दिखाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…

राजा और प्रजा दोनो मे,
होगी निसदिन खेचातानी, खेचातानी,
कदम कदम पर करेगे दोनो, अपनी अपनी माना मानी,
जिसके हाथ मे होगी लाठी, जिसके हाथ मे होगी लाठी,
भैस वही ले जाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…(Ramchandra Keh Gaye Siya Se)

राम जी के भजन Ram Ji Ke Bhajan

सुनो सिया कलजुग मे काला धन और,
काले मन होगे, काले मन होगे,
चोर उचक्के नगर सेठ और प्रभु भक्त,
निर्धन होगे, निर्धन होगे,
जो होगा लोभी और भोगी,
जो होगा लोभी और भोगी वो जोगी कहलाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…

मंदिर सुना सुना होगा भरी रहेगी मधुशाला,
हाँ मधुशाला,
पीता के संग संग भरी सभा मे नाचेगी,
घर की बाला, घर की बाला,
कैसा कन्यादान पिता ही,
कैसा कन्यादान पिता ही, कन्या का धन खाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…

रामचंद्र कह गये सिया से,
हे रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…

मूरखकी प्रीत बुरी जुए की जीत बुरी,
बुरे संग बैठ बैठ भागे ही भागे,
काजलकी कोठरी मे कैसे ही जतन करो,
काजल का दाग भाई लागे ही लागे,
कितना जती हो कोई कितना सती हो कोई,
कामनी के संग काम जागे ही जागे,
सुनो कहे गोपीराम जिसका है रामधाम,
उसका तो फन्द गले लगे ही लगे…

रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा लिरिक्स
Ramchandra Keh Gaye Siya Se Lyrics

Song: Ramchandra Keh Gaye Siya Se
Singer: Anup Jalota
Music: Chandra Kamal
Label: Nupur Audio

 

Raamchandra keh gaye siya se
Aaisa kaljug aayega
hans chugega daana dunka
kawwa moti khaayega
Siya ne poochhaa, Bhagwan
kalajug mein dharam karam ko koi nahi maanegaa?
to Prabhu bole:
dharam bhi hoga, karam bhi hoga
parantu sharam nahi hogi
baat baat me maata pitaako
beta aankh dikhaayega
he Ramchandra kah gaye siya se
Raaja aur praja dono mein
hogi nisdin khenchaataani
khenchaataani
kadam kadam par karenge dono
apni apni manmaani
jiske haath mein hogi laathi
bhains wahi le jaayega
hans chugega dana dunka
kawwa moti khayega
he Ramchandra kah gaye Siya se
suno Siya kaljug mein
kaala dhan aur kaale man honge
chor uchchakke nagar seth
aur prabhu bhakt nirdhan honge
jo hoga lobhi aur bhogi
wo jogi kehlaayega
hans chugega dana dunka
kawwa moti khayega
he Ramchandra kah gaye Siya se
mandir soona soona hoga
bhari rahengi madhushaala
pitaake sang sang bhari sabhaa mein
naachengi ghar ki baala
kaisa kanyaadaan pitaa hi
kanyaa ka dhan khaayega
hans chugega dana dunka
kawwa moti khayega
moorakh ki preet buri juyeki jeet buri
bure sang baith chain bhaage hi bhaage
kaajal ki kothri mein kaiso hi jatana karo
kaajal ka daag bhaai laage hi laage bhai
kitna jati ho koi kitna sati ho koi
kaamni ke sang kaam jaage hi jaage
suno kahe gopeeraama jiska hai raamadhaam
uska to phand gale laage hi laage re bhai
uska to phand gale laage hi laage